हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "कामेलुज़ ज़ियारात" किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार हैः
امام صادق علیهالسلام:
مَن ذَکَرَ الحُسَینَ (علیهالسلام) عِندَهُ فَبَکی، أو أبکی واحِدًا، وَجَبَت لَهُ الجَنَّةُ، وَ شَفَعَت فیهِ فاطِمَةُ (علیهاالسلام).
इमाम सादिक़ (अ) ने फ़रमायाः
खुशनसीब है वह व्यक्ति जिसके सामने हुसैन (अ) का नाम लिया जाए और वह रोए, या किसी और को रुलाए; उस पर जन्नत वाजिब हो जाती है और हज़रत फ़ातिमा (स) उसकी शफ़ाअत करेंगी।
कामेलुज़ ज़ियारात, पेज 102
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